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विधानसभा में गूंजा पंडरिया की आवाज: डायल-112, महिला उत्पीड़न और वैक्सीन भंडारण पर विधायक भावना बोहरा ने सरकार से पूछे तीखे सवाल

रायपुर/कवर्धा। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन पंडरिया की विधायक भावना बोहरा ने क्षेत्रीय जनहित के गंभीर विषयों पर सरकार से जवाब तलब किया। डायल-112 आपातकालीन सेवा, महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध और नवजात शिशुओं के लिए वैक्सीन भंडारण जैसे मुद्दों को उन्होंने मजबूती से सदन में उठाया।

डायल-112 सेवा की पारदर्शिता पर उठाए सवाल

विधायक बोहरा ने डायल-112 सेवा की टेंडर प्रक्रिया पर विस्तार से प्रश्न पूछा। उन्होंने जानना चाहा कि इस आपातकालीन सेवा का अंतिम टेंडर कब समाप्त हुआ, वर्तमान में सेवा किस माध्यम से संचालित हो रही है, और नए टेंडर की प्रक्रिया कब पूरी होगी। इसके साथ ही उन्होंने वाहनों की संख्या, उनकी कार्यशीलता और अब तक तय की गई कुल दूरी की भी जानकारी मांगी।

जवाब में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि डायल-112 का टेंडर अब तक समाप्त नहीं हुआ है और नई प्रक्रिया प्रचलन में है। राज्य के 11 जिलों में इस योजना के लिए कुल 252 ईआरव्ही वाहन खरीदे गए हैं। योजना के द्वितीय चरण में पूरे राज्य के लिए 396 वाहन खरीदे गए, जो सक्रिय रूप से कार्यरत हैं और 30 जून 2025 तक कुल 7.11 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं।

महिला उत्पीड़न पर कड़ी निगरानी की मांग

भावना बोहरा ने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में जनवरी 2023 से जून 2025 तक महिलाओं से संबंधित अपराधों — जैसे दहेज प्रताड़ना, आत्महत्या और हत्या — की संख्या और उनकी विवेचना की स्थिति पर जानकारी मांगी। साथ ही उन्होंने पंडरिया में महिला सुरक्षा के लिए ‘पिंक थाना’ जैसी किसी विशेष योजना को लागू करने की मांग भी की।

प्रश्न के जवाब में उप मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि इस अवधि में कुल 336 प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिनमें से 308 प्रकरणों का निराकरण हो चुका है जबकि 28 मामले लंबित हैं। महिला सुरक्षा के लिए कबीरधाम जिले में पहले से महिला थाना स्थापित किया जा चुका है, जिसका क्षेत्राधिकार पंडरिया क्षेत्र को भी कवर करता है।

नवजात शिशुओं की वैक्सीन सुरक्षा पर उठाया सवाल

विधायक बोहरा ने नवजात शिशुओं की वैक्सीन उपलब्धता, भंडारण क्षमता और सुरक्षा मानकों को लेकर भी सरकार से सटीक जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा कि यदि टीकाकरण के बाद कोई प्रतिकूल प्रभाव होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।

उत्तर में लोक स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि जिले में मासिक वैक्सीन भंडारण की क्षमता 3682 लीटर है। वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर आईस लाइन रेफ्रिजरेटर (ILR) में संग्रहित किया जाता है और इसकी निगरानी थर्मामीटर और तापमान लॉगर के माध्यम से की जाती है।

टीकाकरण की निगरानी जिला, विकासखंड और सेक्टर स्तर की टीमों के अलावा डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा भी की जाती है। किसी भी प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में जांच AEFI (Adverse Event Following Immunization) कमेटी द्वारा की जाती है और राज्य स्तरीय समिति द्वारा अंतिम रिपोर्ट के आधार पर उत्तरदायित्व तय किया जाता है।


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